मध्य प्रदेश Switch to English
लाल बहादुर शास्त्री जयंती
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती (2 अक्तूबर) पर उनके आदर्शों और “जय जवान, जय किसान” के नारे को मार्गदर्शक शक्ति के रूप में स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्य बिंदु
लाल बहादुर शास्त्री के बारे में:
- जन्म: उनका जन्म 2 अक्तूबर 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
- संक्षिप्त परिचय: वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे इन्हें प्रभावशाली नेतृत्व तथा इनके नारे "जय जवान जय किसान" (जिसमें राष्ट्र निर्माण में सैनिकों और किसानों दोनों के महत्त्व पर बल दिया गया था) के लिये जाना जाता है।
- मृत्यु: 11 जनवरी 1966 को ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में उनकी मृत्यु हो गई।
- वह मरणोपरांत भारत रत्न (1966) से सम्मानित होने वाले पहले व्यक्ति थे।
- राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका:
- वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध में नेतृत्व: लाल बहादुर शास्त्री ने वर्ष 1965 के युद्ध के दौरान भारत का प्रभावी नेतृत्व किया।
- हरित क्रांति: शास्त्री जी ने हरित क्रांति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे भारत को कृषि उत्पादन बढ़ाने और देश की खाद्य सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करते हुए खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता को प्राप्त करने में मदद मिली।
- राष्ट्रीय एकता: उन्होंने विविध क्षेत्रों, भाषाओं और संस्कृतियों के बीच सद्भाव को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय एकता तथा एकीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया।
- साथ ही उन्होंने भारत की आर्थिक संवृद्धि को बढ़ावा देने तथा विदेशी आयात पर निर्भरता कम करने के लिये औद्योगीकरण और आत्मनिर्भरता की नीतियों को प्रोत्साहित किया।
- सिविल सेवाएँ: शास्त्री ने सिविल सेवकों के लिये उच्च नैतिक मानकों, पारदर्शिता तथा समर्पण को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्रशासन, भ्रष्टाचार से मुक्त रहने के साथ लोक सेवा के लिये प्रतिबद्ध रहे।